शिव यदि प्रसन्न न हो रहे तो करें ये उपाय......


 

शिव यदि प्रसन्न न हो रहे तो करें ये उपाय......
स्कन्द पुराण वर्णित शिव कृपा प्राप्ति रहस्य:ः

Mahashivratri 2020: bhagwan shiv aur matah parvati shadi katha | भगवान शिव  और मां पार्वती के विवाह में आई थी ये अड़चनें, जानें कैसे हुआ विवाह |  Patrika News 

सनातन धर्म में मान्यता है कि महाशिरात्रि के दिन महादेव का व्रत रखने से
सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती हैण्
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के लिंग स्वरूप का पूजन किया
जाता हैण् यह भगवान शिव का प्रतीक है

शिव का अर्थ है. कल्याणकारी और लिंग का अर्थ है सृजन

महाशिवरात्रि मुहूर्त 2022

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व 01 मार्चए मंगलवार को हैण्
चतुर्दशी तिथि मंगलवार की सुबह 03 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर 02 मार्च 

बुधवार को सुबह करीब 10 बजे तक रहेगी


विशेष दुर्लभ योग:ः2022

इस दिन मंगलए शनिए बुधए शुक्र और चंद्रमा रहेंगेण् लग्न में कुंभ राशि में सूर्य और
गुरु की युति रहेगी महाशिवरात्रि पर मकर राशि में पंचग्रही योग बन रहा है
राहु वृषभ राशिए जबकि केतु दसवें भाव में वृश्चिक राशि में रहेगा यह ग्रहों की दुर्लभ
स्थिति है और विशेष लाभकारी हैं

महाशिवरात्रि पूजन अभिषेक:ः 2022

महाशिवरात्रि के दिन सबसे पहले शिवलिंग में चन्दन के लेप लगाकर
पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराएं
दीप और कर्पूर जलाएं

पूजा करते समय ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करें
शिव को बिल्व पत्र और फूल अर्पित करें


ध्यान रहे शिव लिंग में बिल्व पत्र हमेशा उल्टा ही अर्पित करें।
बेल पत्र का चिकना भाग अंदर की तरफ यानी शिवलिंगकी तरफ होना चाहिएण्

शिव पूजा के बाद गोबर के उपलों की अग्नि जलाकर तिल
चावल और घी की मिश्रित आहुति दें

Mahashivratri 2020: bhagwan shiv aur matah parvati shadi katha | भगवान शिव  और मां पार्वती के विवाह में आई थी ये अड़चनें, जानें कैसे हुआ विवाह |  Patrika News 

शिव मंत्र:ः

1 शिव मंत्र   ॐ नमः शिवाय॥

2  महा मृत्युंजय मंत्र  ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥


3   शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

Mahashivratri 2020: When Goddess Parvati was scared after seeing ghosts in  Shivaji's barat महाशिवरात्रि 2020: जब शिवजी की बारात में भूत-प्रेत देखकर डर  गई थीं माता पार्वती - India TV Hindi News
महाशिवरात्रि व्रत के नियम 2022


रात्रि के चारों प्रहर में की जा सकती है शिव पूजा

शिवरात्रि पूजा रात्रि के समय एक बार या चार बार की जा सकती है
रात्रि के चार प्रहर होते हैं और हर प्रहर में शिव पूजा की जा सकती है

महाशिवरात्रि: बड़े तप, समर्पण से परिपूर्ण है शिव- पार्वती की प्रेम कहानी -  this maha shivratri a famous love story
स्कन्द पुराण वर्णित शिव कृपा प्राप्ति रहस्य:ः

यदि बार बार शिव जी की पूजा अर्चना के बाद भी मनोवांछित मनोेकामना की पूर्ति
नहीं हो रही हो तो भगवान शिव ने माता पार्वती को अपनी कृपा
प्राप्ति के लिए स्कंद पुराण में इसका उपाय बताया है‘-
भगवान शिव जी कहते हैं कि -
हे पार्वती ! यदि मेरा उपासक नित्य गुरू गीता का पाठ करता है या
गुरू गीता का श्रवण करता है तो मैं उसकी सभी मनोकामना पूर्ण करता ही हूं।
अतः हे पार्वती यदि तुम मुझे पाना चाहती हो तो तुम नित्य गुरूगीता का पाठ
किया करो या श्रवण किया करो।


स्वामी श्रेयानन्द महाराज
(सनातन साधक परिवार)

Comments

Popular posts from this blog

दीपावली पूजन 2022

राशिफल: दिनांक 16.10.2022 रविवार

राशिफल: दिनांक 14.10.2022 शुक्रवार